कोरबा । समाचार पत्र में प्रकाशित आंगनबाड़ी के पांच हजार बच्चों की थाली में उधार का चांवल के संबंध में कलेक्टर अजीत वसंत द्वारा गठित जांच समिति में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है। जांच समिति द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में बताया गया कि एकीकृत बाल विकास परियोजना बरपाली में 184 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है एवं पूरक पोषण आहार योजना के तहत गर्म पका भोजन का वितरण 76 स्व. सहायता समूहों के माध्यम से किया जाता है। विभाग द्वारा शासन से प्राप्त चांवल के अनुसार प्रत्येक तिमाही को चांवल का इंद्राज खाद्य विभाग के वेबसाइट में किया जाता है। जिसके आधार पर पर्यवेक्षकों द्वारा कूपन के माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को उठाव हेतु निर्देशित किया जाता है। जिला कार्यालय से प्रथम त्रैमास हेतु चांवल का आबंटन माह-मई 2024 में आबंटन जारी किया गया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा उचित मूल्य की दुकान पर सम्पर्क किए जाने पर चांवल का आबंटन प्राप्त नहीं होने की जानकारी उनको दी गई। माह जून परियोजना के 39 पंचायत में से 05 पंचायत से चांवल का उठाव किया गया है। पर्यवेक्षकों द्वारा फॉलोअप लेने पर पीडीएस संचालनकर्ताओं द्वारा पूरक पोषण आहर चांवल प्राप्त नहीं हुआ है बताया गया। कार्यकर्ताओं द्वारा अन्य मद के चांवल का उपयोग करते हुए पूरक पोषण आहार संचालित किया गयां गर्म भोजन किसी प्रकार से बाधित नहीं हुआ है।
जांच में यह तथ्य सामने आया कि बरपाली परियोजना की 11 दुकानों में आबंटन प्रदर्शित हो रहा है, शेष 28 दुकानों में प्रदाय आबंटन शून्य प्रदर्शित हो रहा है। जबकि विभाग द्वारा कुल 95.50 क्विंटल चांवल की एन्ट्री किया गया है। सूक्ष्म रूप से पोर्टल में की गई एन्ट्री की जांच में पाया गया कि त्रुटिवश 28 दुकानों का आवंटन कोरबा ग्रामीण परियोजना की उचित मूल्य दुकानों में दर्ज कर दिया गया है। अंतर की मात्रा 68 क्विंटल चांवल कोरबा ग्रामीण परियोजना में प्रदाय भी कर दिया गया है। वर्तमान में द्वितीय त्रैमास का चांवल प्राप्त हुआ है। उक्त आबंटन में से बरपाली परियोजना में चांवल प्रदाय किया जाएगा।