राजधानी की विभिन्न सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने वाले नेताओं में से एक भी नेता चार बार से अधिक चुनाव नहीं जीत सका है। मात्र छह नेता हीं जीत का चौका लगा सके है। हालांकि, इनमें तीन नेताओं ने पांचवीं बार जीतने के लिए दो-दो बार चुनाव भी लड़ा। वहीं तीन अन्य नेताओं ने चार बार जीतने के बाद चुनाव नहीं लड़ा। चार बार सांसद तक पहुंचने के बाद इन नेताओं को कई चुनावों में हार का सामना करना पड़ा।
राजधानी से चुनाव लड़े चौ. ब्रह्मप्रकाश, एचकेएल भगत, मदनलाल खुराना, प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा, जगदीश टाइटलर व जयप्रकाश अग्रवाल चार-चार बार लोकसभा का चुनाव जीतने वालों में शामिल है। इन नेताओं ने यह उपलब्धि एक बजाय दो सीटों को अपना क्षेत्र चुन कर हासिल की थी। दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री चौ. ब्रह्मप्रकाश ने तीन बार कांग्रेस व एक बार भारतीय लोकदल के टिकट पर जीत दर्ज करके सबसे पहले चार बार सांसद बनने का रिकॉर्ड बनाया था। वह वर्ष 1977 में चौथी बार सांसद बने थे।
इस क्लब में उनके 12 साल बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता एचकेएल भगत शामिल हुए थे। जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे भाजपा नेता मदनलाल खुराना इस क्लब में भगत से 10 साल बाद पहुंचे थे। वहीं, वर्ष 2004 में मदनलाल खुराना के साथी व भाजपा के प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा व इन दोेनों नेताओं के परंपरागत प्रतिद्वंदी कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर एक साथ इस क्लब में शामिल हुए थे। इस क्लब में सबसे बाद में कांग्रेस नेता जयप्रकाश अग्रवाल पहुंचे।
चौ. ब्रह्मप्रकाश, एचकेएल भगत व जयप्रकाश अग्रवाल ने पांचवीं बार सांसद बनने के लिए अपनी पार्टी से दो-दो बार चुनाव लड़ा, मगर वह जीत का पंजा नहीं लगा सके। हालांकि जयप्रकाश अग्रवाल इस बार भी चुनाव लड़ रहे है। इस क्लब को पार करने के लिए चौ. ब्रह्मप्रकाश के पास वर्ष 1980 व 1984 में अवसर था, लेकिन वह चुनाव हार गए। इस तरह एचकेएल भगत ने वर्ष 1991 व 1996 में लोकसभा चुनाव लड़ा और उनको दोनों बार चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। उनकी भांति जयप्रकाश अग्रवाल वर्ष 2014 व 2019 के चुनाव में हार गए थे। हालांकि वह इस बार भी चुनाव लड़ रहे है। वह चांदनी चौक क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर किस्मत आजमा रहे है। बताते चलें कि वह दिल्ली में चुनाव लड़ने के मामले में अब तक सबसे बुजुर्ग नेता है।
चार बार लोकसभा चुनाव जीतने वाले नेता
नेता का नाम और चुनाव जीतने के वर्ष